रात का सन्नाटा अभी टूटा भी नहीं था कि राजधानी रांची की फिज़ा में गोलियों की आवाज़ गूंज उठी। बालसिरिंग इलाके में तड़के सुबह रांची पुलिस और कुख्यात सुजीत सिन्हा गैंग के बीच एनकाउंटर ने पूरे शहर का ध्यान खींच लिया। यह कोई आम रात नहीं थी… यह वो रात थी जब अपराध और कानून आमने-सामने थे।
सूचना जिसने बदल दी पूरी रात
रविवार की आधी रात, रांची के एसएसपी राकेश रंजन को खुफिया सूचना मिली कि सुजीत सिन्हा गैंग के कुछ सदस्य किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। आदेश तुरंत जारी हुआ… “टीम तैयार करो, आज किसी भी कीमत पर इन्हें पकड़ना है।” पुलिस टीम बिना वक्त गंवाए सड़कों पर उतर गई। शहर के कई इलाकों में नाकाबंदी शुरू हुई। हर गाड़ी, हर बाइक की सघन तलाशी ली जा रही थी।
एक बाइक और सुराग की पहली कड़ी
रात करीब दो बजे, बालसिरिंग की ओर जा रही एक बाइक ने पुलिस की नज़रें अपनी ओर खींचीं। रोकने पर सवार युवक घबराया हुआ लगा। जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने कबूल किया… “मेरा नाम सोनू है… बाकी सब बालसिरिंग में हैं… पार्टी चल रही है।”
बस, यहीं से शुरू हुई उस मुठभेड़ की कहानी, जिसने रांची पुलिस को एक बड़ी सफलता दिलाई।
फायरिंग शुरू… और जंगल में गूंज उठीं गोलियां
सोनू की निशानदेही पर पुलिस टीम बालसिरिंग पहुंची। चारों ओर घना अंधेरा और सन्नाटा था। अचानक झाड़ियों के पीछे से गोली चली। पुलिस को देखते ही गैंग के सदस्यों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। करीब पांच मिनट तक गोलियों की गूंज जंगल में गूंजती रही। फिर एक चीख सुनाई दी… “आफताब को गोली लगी है!” सुजीत सिन्हा गैंग का कुख्यात सदस्य आफताब पैर में गोली लगने से गिर पड़ा। बाकी अपराधी भागने की कोशिश में थे, लेकिन पुलिस की घेराबंदी इतनी मजबूत थी कि सब धर लिए गए।
एसएसपी का सख्त संदेश- “या तो सरेंडर करो, या गोली झेलो”
मुठभेड़ खत्म होने के बाद रांची के एसएसपी राकेश रंजन ने साफ कहा रांची पुलिस अपराधियों को खुली छूट नहीं देगी। या तो वे आत्मसमर्पण करें, या फिर गोली खाने के लिए तैयार रहें। पुलिस के इस बयान ने शहर में संदेश दे दिया कि अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बची।
पुरानी दुश्मनी और वायरल वीडियो का सच
दरअसल, इस गिरोह का नाम कुछ दिन पहले डोरंडा की एक वारदात में सामने आया था। उसी इलाके में देर रात मोनू राय के घर पर हुई गोलीबारी ने शहर को दहला दिया था। वारदात के बाद गैंग ने खुद सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की थी। लेकिन रांची पुलिस की यह कार्रवाई उस चुनौती का करारा जवाब साबित हुई।
बालसिरिंग की सुबह… जब कानून के आगे नतमस्तक हुआ अपराध
सुबह जब सूरज निकला, तो बालसिरिंग का इलाका पुलिस की गाड़ियों, सायरनों और सबूत जुटाती टीमों से घिरा था। गांव के लोग बाहर निकल आए थे, किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि कल रात जिनका नाम सुनकर लोग डरते थे, वे अब हथकड़ियों में जकड़े खड़े हैं।

0 Comments