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Dhanbad : कतरास के युवकों ने फर्जी वीजा और टिकट देकर विदेश भेजने के नाम पर बिहार के तीन सौ लोगों से की तीन करोड़ की ठगी



फर्जी वीजा और टिकट देकर विदेश भेजने के नाम पर कतरास के युवकों ने बिहार में लगभग तीन सौ लोगों से तीन करोड़ रुपए की ठगी कर ली। यह खुलासा तब हुआ, जब 29 भुक्तभोगियों को एक साथ फर्जी वीजा व टिकट देकर देश के अलग-अलग राज्यों के एरयपोर्ट पर भेज दिया।

एयरपोर्ट अथॉरिटी की जांच में ठगी के रैकेट का खुलासा हुआ। दरअसल कतरास भटमुरना के रहनेवाले अभिषेक कुमार, रंजीत कुमार शर्मा, संदीप कुमार, विनय शर्मा और मो. अरमान मुजफ्फरपुर के बैरिया में इंपीरियल इंटरप्राइजेज के नाम से ऑफिस खोलकर प्लेसमेंट एजेंसी चला रहे थे। इस दौरान विदेश में नौकरी दिलाने की बात कहकर लगभग तीन सौ लोगों को अपने झांसे में ले लिया।

युवकों ने बताया कि प्रति व्यक्ति डेढ़़ से दो लाख रुपये तक की वसूली की गई है। एयरपोर्ट से पहुंचे वापस तो बंद मिला दफ्तर 29 पीड़ित युवक तब एक साथ ठगी की शिकायत लेकर मुजफ्फरपुर के बैरिया में उक्त मॉल के पास पहुंचे तो पाया कि आरोपियों के दफ्तर (इंपीरियल इंटरप्राइजेज) में ताला लटका है। युवकों ने जमकर हंगामा किया। सूचना पाकर स्थानिय पुलिस पहुंची और सभी का बयान लिया। बेरोजगार युवकों ने बताया कि उन्हें पश्चिमी अफ्रीका के बेनिन देश का फर्जी वीजा और टिकट देकर मुंबई एयरपोर्ट भेजा गया था। वहीं, कई युवकों को अमेरिका व यूरोप के अलग-अलग देशों का फर्जी वीजा दिया गया था। एयरपोर्ट पर जांच के बाद वीजा फर्जी निकला तो सभी लौट आए। युवकों के आवेदन के आधार पर अहियापुर थाने में विदेश भेजने वाले रैकेट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। सभी आरोपितों का मोबाइल नंबर भी पीड़ितों ने पुलिस को दिया है। जिन बैंक खातों में रुपए लिए गए, उसका ब्योरा भी पुलिस को मुहैया कराया गया है। प्लंबर, ड्राइवर, फीटर, बिजली मिस्त्री आदि का दिया था वीजा अहियापुर थाने में कथैया के परोहा निवासी ओपिन कुमार के आवेदन पर एफआईआर दर्ज की गई है। अन्य युवकों के आवेदन को भी इस एफआईआर में टैग किया जाएगा। विदेश भेजने के लिए युवाओं को प्लंबर, ड्राइवर, फीटर, बिजली मिस्त्री आदि का वीजा दिया गया था। पुलिस को बताया है कि 90 हजार रुपए लेने के बाद उसे वीजा व टिकट दिया गया। उसे खाड़ी देश भेजने की बात हुई थी। वीजा लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा तो उसको नकली बता दिया गया। इसके बाद सभी 29 लोग लौटकर बैरिया स्थित ऑफिस पहुंचे। तब तक ऑफिस बंद कर सभी आरोपित फरार हो चुके थे। विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगारों से बड़े पैमाने पर ठगी का मामला सामने आया है। ऑफिस बंद कर सभी आरोपित फरार हो चुके हैं। ऑफिस का ताला खोलकर उसकी जांच की जाएगी। इस रैकेट का जुड़ाव बड़े गिरोह से होने की आशंका है। एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। -विनीता सिन्हा, एसडीपीओ टाउन टू, मुजफ्फरपुर

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